मानसिक कमजोरी प्रदूषण का उपाय वृक्ष वा स्वच्छ हवा पानी रसायन मुक्त भोजन।
प्रत्येक व्यक्ति अपने जीवन की अत्यावश्यक तीन चीजों के लिए परेशान है जो है हवा पानी और
भोजन यह सभी चीज पर्यावरण प्रदूषण से जुड़ी हुई है शुद्ध हवा न मिलने से अनेक शारीरिक और मानसिक व्याधियों हो रही हैं। W H O की रिपोर्ट कहती है कि हमारे देश में प्रति व्यक्ति सांस लेने की क्षमता यूरोपीय देशों की अपेक्षा 40% कम है। जिससे हमारे शरीर का मेटाबॉलिज्म डिस्टर्ब रहता है हमारे देश के अनेक शहर गंभीर रूप से प्रदूषित है दुनिया के सबसे अधिक प्रदूषित 20 शहरों में से 16 हमारे देश के हैं। W H O की एक अन्य रिपोर्ट बताती है कि हमारे देश में 40 से 50% लोग इस गंभीर प्रदूषण के कारण मानसिक रोगों से ग्रस्त है ऐसी बीमारियों पर न सिर्फ लाखों रुपए खर्च होते हैं बल्कि वह कार्य क्षमता को भी प्रभावित करती है इस प्रकार से प्रदूषण युक्त वातावरण के कारण लोगों में तनाव निराशा क्रोध नकारात्मकता बेचैनी घबराहट विश्वास एकाग्रता की कमी निद्रा का अभाव अनेक प्रकार के मानसिक रोग उत्पन्न हो जाते हैं।
आज 70 प्रतिशत लोगो को स्वच्छ पानी पीने के नहीं हैं बीमारियां बढ़ रही है हर क्षेत्र का भू गर्भ जल प्रदूषित है और भोजन अनाज फल सब्जी में पोषक तत्वों की कमी हो रही है
आइये मिलकर इसका समाधान खोजें प्रकृति से अपने आप को जोड़ें वृक्षारोपण करें जिससे ऑक्सीजन युक्त शांत शुद्ध वातावरण आपको वह आपके परिवार को मिल सके अपने जीवन में जैविक ऑर्गेनिक खानपान को अपने और अनेक कृत्रिम रसायनों से दूर रहकर अपने तन को भी स्वस्थ बनाएं लेकिन यह सारा काम किसी और के भरोसे नहीं छोड़ा जा सकता प्रत्येक व्यक्ति को वन मैन आर्मी की तरह काम करना होगा इसलिए संकल्प लें आओ मिलकर पेड़ लगाए जिससे अच्छा स्वास्थ्य , खुशी व नवजीवन कमाए। प्लांटेशन इंडिया से जुड़े और साथ जुड़कर वृक्षारोपण करे।